बाबर ने अपनी आत्मकथा बाबरनामा पुस्तक में लिखी थी | बाबर ने इसे तुर्की भाषा में लिखा था | बाबरनामा की विशेषता यह है कि बाबर ने अपनी आत्मकथा में अपने चरित्र को इस तरह से पेश किया है कि एक बार तो लगता है कि जो बाते उसके बारे में बताई जाती है क्या वह वाकई सच हैं। इसमें कुल 378 पेज हैं और इनमें से 122 पर 144 चित्र हैं।