'इंडिया फॉर इंडियन ' की रचना देशबंधु चितंरजन दास ने की थी। चितरंजन दास एक प्रमुख भारतीय राजनीतिज्ञ, वकील, भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन के एक कार्यकर्ता और भारत में ब्रिटिश कब्जे के दौरान बंगाल में स्वराज पार्टी के संस्थापक नेता थे। चित्तरंजन दास ने अपनी चलती हुई वकालत छोड़कर गांधीजी के असहयोग आंदोलन में भाग लिया और पूर्णतया राजनीति में आ गए। उन्होंने विलासी जीवन व्यतीत करना छोड़ दिया और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सिद्धान्तों का प्रचार करते हुए सारे देश का भ्रमण किया।