गोल्डन थ्रेशहोल्ड नामक कविता संग्रह सरोजिनी नायडू की रचना है | ये पंक्तियां सरोजिनी नायडू की एक कविता से हैं, जो उन्होंने अपनी मातृभूमि को संबोधित करते हुए लिखी थीं. सरोजिनी नायडू को कविता लिखने का काफी शौक था. महज 13 वर्ष की आयु में ही 1300 पदों की ‘झील की रानी‘ नामक लंबी कविता और लगभग 2000 पंक्तियों का एक विस्तृत नाटक लिखकर सरोजिनी नायडू ने अंग्रेजी भाषा पर अपनी पकड़ का उदाहरण दिया था. तब उनकी कविताएं स्वतंत्रता सेनानियों को काफी प्रेरित करती थी |