QR Code
QR Code का पूरा नाम (QR Code Full Form in Hindi) Quick Response Code होता हैं ।
QR Code एक मशीन-पठनीय ऑप्टिकल बारकोड होता हैं. जिसमें किसी विशेष आईटम से संबंधित जानकारी जुडी हुई रहती हैं. यह जानकारी “Hypertext” के रूप में हो सकती हैं. जिसे बारकोड रीडर द्वारा पढा जाता हैं ।
यह मानक UPC बारकोड से तेज पठनीय तथा ज्यादा मेमोरी क्षमता का होता हैं. इसी कारण यह अन्य बारकोड से अधिक लोकप्रिय और दुनियाभर में इस्तेमाल होता हैं
इस बारकोड रीडर में किसी Locator (URLs), Identifier (Person) ओर Tracker (एक प्रकार का कोड) का डाटा छिपा रहता हैं. जो किसी वेबसाईट या फिर मोबाईल एपलिकेशन को खोलता हैं
QR Code में जानकारी को Encode (कूट करना) करने के लिए मानक कूट तत्वों का ही उपयोग किया जाता हैं. इन मानक तत्वों में Numbers (1,2,3…), Alphanumeric (a,b,c,4,6, #, $…), Byte/Binary तथा Kanji (चीनी लेखन के वर्ण जिन्हे जापान में इस्तेमाल किया जाता हैं) शामिल होते हैं
एक साधारण QR Code की संरचना वर्गाकार बॉक्स जैसी होती हैं । जिसके अंदर सफेद बैकग्राउंड के ऊपर काले वर्गाकार बॉक्स बने रहते हैं । जिसे किसी ईमेज कैप्चरिंग डिवाईस (कैमरा, स्मार्टफोन) के द्वारा पढा जाता हैं ।
बारकोड रीडर QR Code को पढने के लिए Reed-Solomon Code का इस्तेमाल करते हैं. मतलब वह ईमेज को जब तक स्कैन करता रहेगा जब तक सही डाटा तक नहीं पहूँच जाए. इस दौरान वह ईमेल में शामिल गलतियों को सुधारता रहता हैं.
अधिकतर क्यु आर कोड ब्लैक एंड व्हाईट होते हैं. मगर यह रंगीन भी जेनेरेट किये जाते हैं. और अपनी जरूरत के अनुसार इन्हे कस्टमाईज भी किया जा सकता हैं
QR Code की संरचना और उपयोग एवं उद्देश्य के आधार पर इसे दो वर्गों में बांट सकते हैं :-
- Static QR Code
- Dynamic QR Code