रामकृष्ण मिशन के सिद्धांत
1. ईश्वर एक है और आध्यात्मवाद का अनुसरण कर ब्रह्म मे लीन हो जाना ही मनुष्य का परम धर्म हैं।
2. प्रेत्यक व्यक्ति को अपने धर्म मे रहना चाहिए और उसी से प्रेम करना चाहिए।
3. हिन्दू धर्म के समस्त अंग सच्चे तथा रक्षणीय है तथा हिन्दू सभ्यता अति प्राचीन, सुन्दर एवं आध्यात्मिकता से परिपूर्ण है।
4. आत्मा अजर अमर हैं।
5. ज्ञान और भक्ति एक ही लक्ष्य की ओर ले जाने वाले दो मार्ग है।
6. हिन्दू धर्म का आधार वेदान्त धर्म है। वेदान्त के आधार पर ही धर्म के स्वरूप को समझा जा सकता है।
7. पाश्चिमी सभ्यता भौतिकवा और छल से युक्त हैं। अतः हिन्दूओं को अपने धर्म जाति समाज को पाश्चिमी सभ्यता से दूर रखना चाहिए।
8. मनुष्य की आत्मा ईश्वर है तथा उसे परमात्मा के दर्शन किसी भी स्थान मे हो सकते हैं। मूर्ति पूजा उपासना का अति शुद्ध तथा उच्च रूप हैं।
सन् 1899 ई. मे विकेकानन्द अमेरिका गये वहाँ के नगरों मे भी संस्था की शाखाएं स्थापित की। न्यायार्क की वेदान्त सोसाइटी को उन्होंने नवजीवन दिया एवं उसे आध्यात्मिक शिक्षा देने वाले केन्द्र मे परिणित कर दिया। स्वामी विवेकानन्द ने लाॅस, एन्जिल्स, केलीफोर्निया एवं सेन फ्रासिस्को मे भी वेदांत का प्रचार करने वाली समितियों का गठन किया।