सेकण्ड लोलक
सेकण्ड लेालक का कार्य सरल लोलक के समान ही होता है । केवल आवर्तकाल इसका अचर रहता है। सेकंड लोलक वह लोलक होता है जिसे अपना एक दोलन पूरा करने में 2 सेकंड का समय लगता है । इसे 1 सेकंड का समय एक दिशा में अधिकतम दूरी तक जाने मे तथा माध्य स्थिति में आने मे लगता है तथा अगला एक सेंकंड उस माध्य स्थिति के दूसरी तरफ अधिकतम दुरी तक जाने तथा बापस आने में लगता है । इसकी आव्रत्ति ½ सेकंड होती है।
सेकण्ड लोलक का उपयोग समय गणना के लिये , मोसम विज्ञान मे किया जाता है ।