बिग बैंग थ्योरी के जनक जार्ज लेमैत्रे है। इनके अनुसार प्रारंभ में संपूर्ण द्रव्य बहुत संघनित और अति उच्च ताप पर था। उसमें अब से लगभग 13.7 अरब वर्ष पूर्व एक विस्फोट हुआ। जिसे बिग-बैंग सिद्धांत (Bigbang theory) कहते हैं, तब से ब्रह्मांड लगातार फैल रहा है। विभिन्न आकाशगंगाएं उस विस्फोट के छिटके हुए खंड हैं। इस सिद्धांत को सर्वप्रथम 1948 में आर. एल्फर (R. Alpher), गैमो (Gogamow) तथा आर. हरमैन (R.Herman) ने प्रस्तुत किया था। गॉड पार्टिकल परमाणु से भी छोटा अति सूक्ष्म कण है, जिसे ब्रह्मांड के निर्माण का मूल कारण माना जाता है। इस कण की परिकल्पना सर्वप्रथम 1964 में पीटर हिग्स ने की थी। इससे संबंधित विचार भारतीय वैज्ञानिक सत्येंद्र नाथ बोस ने भी व्यक्त किये थे, इसलिए दोनों वैज्ञानिकों के नाम से इसे 'हिग्स बोसॉन' भी कहा जाता है।