निष्क्रय विरोध' के सिद्धान्त के जनक अरविंद घोष थे। निष्क्रिय विरोध (Passive Protest) के सिद्धांत का प्रतिपादन अरबिंद घोष (Arvind Ghosh) ने अपनी पुस्तक वन्दे मातरम् में किया है। उनका मानना था कि अंग्रेजों को भारत अविलंब छोड़ देना चाहिए। जब तक अंग्रेज ऐसा नहीं करते तब तक उनके विरुद्ध विरोध प्रदर्शन करते रहना चाहिए।