in Psychology
edited
Explain the salient features of creativity? सृजनात्मकता की प्रमुख विशेषताओं को समझाइये, srjanaatmakata kee pramukh visheshataon ko samajhaie?

1 Answer

0 votes

edited

सृजनात्मकता की विशेषताएँ

सृजनात्मकता जन्मजात न होकर अर्जित की जाती है। सृजनात्मकता प्राचीन अनुभवों पर आधारित नवीन सम्बन्धों की रूपरेखा तथा नूतन साहचर्यों का सम्बोध कही जा सकती है।

  • सभी व्यक्तियों में विभिन्न प्रकार की तथा विभिन्न श्रेणी की सजनात्मकता पायी जाती है। सृजनात्मकता केवल कुछ चुने हुए व्यक्तियों तक ही सीमित नहीं रहती बल्कि यह सभी व्यक्तियों का सामान्य गुण है।
  • सृजनात्मकता एक जटिल प्रक्रिया है, जिसे समय, स्थान तथा व्यक्ति से बाँधा नहीं जा सकता। इसका प्रादुर्भाव कहीं भी किसी भी समय पर हो सकता है। बालकों, बड़ों, पुरुषों तथा स्त्रियों सभी में सृजनात्मकता पायी जा सकती है।
  • सृजनात्मकता में विभिन्न शील-गुण पाये जाते हैं। इसकी सर्वाधिक मान्य प्रमुख विशेषताएँ होती हैं-निरन्तरता, नमनीयता, विस्तारता, मौलिकता,समस्याओं के प्रति संवेदनशीलता एवं निर्णय लेने की शैली आदि।
  • बुद्धि में निहित योग्यताओं से सृजनात्मक चिन्तन में निहित योग्यताएँ भिन्न होती हैं। सृजनात्मकता अपसारी चिन्तन पर आधारित है, जबकि बुद्धि में अभिसारी चिन्तन का अधिक प्रयोग होता है। यह आवश्यक नहीं है कि सभी बुद्धिमान व्यक्ति सृजनात्मक भी हों। 
  • सृजनात्मकता का प्रादुर्भाव अचानक नहीं होता, यद्यपि सृजनात्मक विचार अचानक ही बिजली की भाँति प्रकट होते दिखायी देते हैं। सृजनात्मकता का उदय उसी भाँति क्रमिक होता है; जैसे-दिन का निकलना।

Related questions

Category

Follow Us

Stay updated via social channels

Twitter Facebook Instagram Pinterest LinkedIn
...