FeCl3 एक प्रबल अम्ल तथा दुर्बल क्षार का लवण है। इसके जलीय विलयन में Fe3+ तथा Cl– आयन होते हैं जो क्रमश: जल में उपस्थित OH– तथा H3O– आयनों से संयोग करके दुर्बल क्षार Fe(OH)3 तथा प्रबल अम्ल HCl बनाते हैं।
FeCl3 ⇌ Fe3++ 3Cl–
अम्ल के अधिक आयनित होने के कारण विलयन अम्लीय होता है तथा नीले लिटमस को लाल कर देता है, अर्थात् इसका pH मान 7 से कम होता है।