तुर्क आक्रमण के समय भारत की राजनैतिक दशा
गजनवी एवं गौरी के आक्रमण के समय भारत में कोई शक्तिशाली शासक नहीं था। कई छोटे-बड़े राजा और सामन्त राज्य करते थे। उत्तर भारत में चौहान, तोमर, गहड़वाल, चन्देल और चालुक्य जैसे वंशों के राज्य थे। ये राष्ट्रीय भावना की कमी एवं आपसी फूट होने के कारण एक-दूसरे से लड़ते थे। इनमें व्यक्तिगत महत्त्वाकांक्षा और संकीर्ण राजनैतिक दृष्टिकोण था।