गंगा-ब्रह्मपुत्र नदी तंत्र
उत्तर भारत के मैदान का ज्यादातर हिस्सा गंगा-ब्रह्मपुत्र नदियों के योगदान से निर्मित है। गंगा-ब्रह्मपुत्र के मैदान को दो भागों में बाँटा जा सकता है-
(अ) गंगा का मैदान
(ब) ब्रह्मपुत्र का मैदान।
गंगा का मैदान
भारत के सर्वाधिक विस्तृत इस मैदान का निर्माण गंगा और उसकी सहायक नदियों द्वारा लायी गयी मिट्टी के निक्षेप से बना है। गंगा के मैदान का ढाल पूर्व की ओर है क्योंकि गंगा का प्रवाह पश्चिम से पूर्व की ओर है। उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, हरियाणा, राजस्थान तथा मध्यप्रदेश राज्यों के अधिकांश मैदानी भाग गंगा नदी-तंत्र के योगदान से निर्मित हैं।
ब्रह्मपुत्र का मैदान
यह मैदान देश के उत्तर के विशाल पूर्वी भाग में स्थित है। इस मैदान का विस्तार असोम और मेघालय राज्यों में है। इस मैदान का निर्माण ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियों के निक्षेप से हुआ है।
उत्तरी विशाल मैदान बहुत उपजाऊ है। यह भारत का अन्न भंडार है। अन्न के साथ-साथ कई व्यापारिक फसलें जैसे-गन्ना और जूट का यह प्रमुख क्षेत्र है।