बेबीलोन
दक्षिणी कछार के एक शूरवीर नैबोपोलास्सर (Nabopolassar) ने बेबीलोनिया को 625 ई० पू० में असीरियाई आधिपत्य से मुक्त किया। उसके त्तराधिकारियों ने अपने राज्यक्षेत्र का विस्तार किया और बेबीलोन में भवन-निर्माण की परियोजनाएँ पूरी की। उस समय से लेकर 539 ई० पू० में ईरान के केमेनिड लोगों (Achaemenids) द्वारा विजित होने के बाद और 331 ई० पू० में सिकन्दर से पराजित होने तक बेबीलोन दुनिया का एक प्रमुख नगर बना हा। इसका क्षेत्रफल 850 हेक्टेयर से अधिक था, इसकी चहारदीवारी तिहरी थी, इसमें बड़े-बड़े राजमहल और मन्दिर मौजूद थे, एक जिगुरात (Ziggurat) यानी सीढ़ीदार मीनार थी और नगर के मुख्य अनुष्ठान केन्द्र तक शोभायात्रा के लिए एक विस्तृत मार्ग बना हुआ था। इसके व्यापारिक घराने दूर-दूर तक अपना कारोबार करते थे और इसके गणितज्ञों तथा खगोलविदों ने अनेक नई खोजें की थीं। नैबोनिडस (Nabonidus) स्वतन्त्र बेबीलोन का अन्तिम शासक था।