पारिस्थितिक-तन्त्र के किसी भी घटक का वांछित एवं आवश्यक मात्रा से कम हो जाना अथवा अधिक हो जाना पारिस्थितिक असन्तुलन कहलाता है। प्रत्येक घटक का उस अनुपात में रहना जिससे इस तन्त्र के अन्य घटकों पर कोई हानिकारक प्रभाव न हो, पारिस्थितिक सन्तुलन कहलाता है।
पारिस्थितिक असन्तुलन को रोकने के उपाय-पारिस्थितिक असन्तुलन को रोकने के मुख्य उपाय निम्नलिखित हैं
- वृक्षारोपण में वृद्धि करना।
- वन्य पशुओं का संरक्षण एवं इनके शिकार पर प्रतिबन्ध लगाना।
- झूमिंग कृषि पद्धति पर प्रतिबन्ध लगाना।
- निर्वनीकरण को नियन्त्रित करना।
- मनुष्य की जीवन शैली में ऐसा परिवर्तन लाना जिससे पर्यावरण हस्तक्षेप में वह कमी आए तथा पर्यावरण संरक्षण के प्रति सतर्क हो सके।
- जनसंख्या वृद्धि पर नियन्त्रण।।