रेटिना प्रकाश
शिराओं की एक फिल्म होती है, जो वस्तुओं के प्रतिबिम्बों के रूप-रंग और आकार का ज्ञान मस्तिष्क तक पहुँचाती है। जिस स्थान पर प्रकाश-शिरा रेटिना को छेदकर मस्तिष्क में जाती है, उस स्थान पर प्रकाश का कोई प्रभाव नहीं पड़ता। इस स्थान को अंध-बिन्दु कहते हैं। रेटिना के बीचों-बीच एक पीत-बिन्दु होता है।
मनुष्य की आँख के पिछले पर्दे को रेटिना कहते हैं. इसमें कुछ कोशिकाएँ होती हैं जिन तक प्रकाश पहुँचता है और उसी प्रकाश का विश्लेषण करके ये नज़र आने वाली चीज़ की शिनाख़्त करती हैं यानी देखने में सक्षम होती हैं.