विद्युत बल रेखाएं विद्युत क्षेत्र में खींचा गया वह काल्पनिक चिकना वक्र है, जिसके किसी भी बिंदु पर खींची गई स्पर्श रेखा, उस बिंदु पर विद्युत क्षेत्र का की दिशा प्रदर्शित करती है। अर्थात उस बिंदु पर रखे धनावेश पर लगने वाले बल की दिशा व्यक्त करती है।
यदि किसी विद्युत क्षेत्र में धन आवेश चलने के लिए स्वतंत्र हो, तो वह इस आवेश पर लगने वाले बल की दिशा में चलने लगेगा। चूंकि बल की दिशा एवं परिमाण इस विद्युत क्षेत्र के भिन्न-भिन्न बिंदुओ पर भिन्न-भिन्न होती है, अतः इस आवेश का मार्ग वक्राकार होगा। इस वक्राकार मार्ग को विद्युत बल रेखा कहते हैं।