सूर्य की गति को हम सभी देखते हैं, और यही गति दिन और रात का कारण बनती है। दरअसल गति सूर्य की नहीं बल्कि पृथ्वी की है जो सूर्य के चक्कर के साथ अपनी खुद की धुरी पर भी घूमती रहती है।
अपनी धुरी पर एक चक्कर पूरा करने की लिए धरती को 24 घंटे का समय लगता है। और धरती के गोल आकर के कारण इसका केवल कोई एक ही अर्धभाग सूर्य की ओर रह सकता है। सबसे साधारण शब्दों मे जिस हिस्से में सूर्य की रौशनी पड़ रही होती है वहां दिन होता है, और दूसरी ओर रात। और क्यूंकि सूर्य स्थितिज है, और धरती चलित है, किसी देश की पृथ्वी पर स्थिति के आधार पर ही उस देश में सूर्यास्त और सूर्योदय के समय और दिन और रात की अवधि का भी निर्णय होता है