हाइड्रोक्लोरिक एसिड एक यौगिक है जिसका रासायनिक सूत्र HCL होता है, इसका एक अणु, हाइड्रोजन के एक परमाणु और क्लोरीन के एक परमाणु से मिलकर बना होता है।
हाइड्रोक्लोरिक एसिड एक महत्वपूर्ण औद्योगिक रसायन और प्रयोगशाला अभिकर्मक (Laboratory reagent) है। इसे म्यूरिएटिक एसिड के नाम से भी जाना जाता है।
यह हाइड्रोजन क्लोराइड गैस का पानी आधारित घोल होता है। इसे एक स्ट्रांग एसिड के रूप में वर्गीकृत किया जाता है।
यह मनुष्यों सहित अधिकांश पशुओं के पाचन तंत्र में उपस्थित गैस्ट्रिक एसिड का मुख्य घटक होता है, जो भोजन को पचाने में मदद करता है।
- हाइड्रोक्लोरिक एसिड और हाइड्रोजन क्लोराइड गैस दोनों का रासायनिक सूत्र एक ही होता है, इनमे अंतर केवल इनकी भौतिक अवस्थाओं का होता है, हाइड्रोजन क्लोराइड की भौतिक अवस्था गैसीय होती है जबकि हाइड्रोक्लोरिक एसिड इसका जलीय विलयन होता है।
- हाइड्रोक्लोरिक एसिड, सल्फ्यूरिक एसिड और नाइट्रिक एसिड की तुलना में अधिक शक्तिशाली एसिड होता है ।
- हाइड्रोक्लोरिक एसिड (HCl) इंसानों और जानवरो के आमाशय में भी पाया जाता है और इंसानों में पाचन में मदद करने के लिए एक प्रमुख कारक के रूप में कार्य करता है।
हालांकि आमाशय के अंदर मौजूद म्यूकस की परत के कारण एसिड आमाशय को नुकसान नहीं पहुंचा पाता है।
हाइड्रोक्लोरिक एसिड के गुण
हाइड्रोक्लोरिक एसिड पारदर्शी और रंगहीन तरल होता है, कभी-कभी यह हलके पिले रंग का भी होता है।
हाइड्रोक्लोरिक एसिड हाइड्रोजन क्लोराइड गैस का ही जलीय विलयन होता है, हाइड्रोक्लोरिक एसिड गंध रहित होता है, परन्तु हाइड्रोजन क्लोराइड गैस की एक विशिष्ट और तीखी गंध होती है।
हाइड्रोक्लोरिक एसिड की जलीय सांद्रता अलग-अलग हो सकती है, सांद्रता के अनुसार इसके भौतिक गुण जैसे इसका गलनांक, क्वथनांक और घनत्व अलग-अलग हो सकते है।
हाइड्रोक्लोरिक एसिड अत्यंत संक्षारक तरल होता है।
हवा के संपर्क में आने पर हाइड्रोजन क्लोराइड घनी सफ़ेद संक्षारक वाष्प बनाता है।
हाइड्रोजन क्लोराइड गैस और हाइड्रोक्लोरिक दोनों का रासायनिक सूत्र HCL होता है, तथा दोनों ही संक्षारक होते है।
हाइड्रोजन क्लोराइड गैस ज्वलनशील नहीं होती है।
हाइड्रोजन क्लोराइड गैस का गलनांक -114. 2 डिग्री सेल्सियस होता है, अर्ताथ इस तापमान पर यह गैस, ठोस अवस्था से तरल अवस्था में परिवर्तित हो जाती है। -114. 2 डिग्री सेल्सियस से कम तापमान पर यह गैस ठोस अवस्था में पायी जाती है।
हाइड्रोजन क्लोराइड गैस का क्वथनांक (boiling point) -85.05 डिग्री सेल्सियस होता है अर्ताथ इस तापमान पर यह गैस तरल अवस्था से गैस अवस्था में परिवर्तित है।
हाइड्रोजन क्लोराइड गैस सामान्य हवा से भारी गैस होती है।
हाइड्रोक्लोरिक एसिड के उपयोग
हाइड्रोक्लोरिक एसिड एक प्रबल और संक्षारक एसिड है जिसका उपयोग औद्योगिक रूप से भवन और निर्माण उद्योग में उपयोग किए जाने वाले स्टील के उत्पादन में किया जाता है।
रासायनिक उद्योग में हाइड्रोक्लोरिक एसिड का उपयोग पीवीसी प्लास्टिक बनाने के लिए उपयोग किए जाने वाले विनाइल क्लोराइड और डाइक्लोरोमेथेन जैसे कार्बनिक यौगिकों के उत्पादन में किया जाता है।
हाइड्रोक्लोरिक एसिड का उपयोग लोहे या स्टील से जंग या आयरन-ऑक्साइड की परत को हटाने के लिए किया जाता है।
हाइड्रोक्लोरिक एसिड के संक्षारक गुण सख्त दागों को साफ करने में मदद करते हैं, इसलिए घरेलू क्लीनर जैसे टॉयलेट क्लीनर, बाथरूम टाइल क्लीनर और अन्य चीनी मिट्टी के बर्तनो को साफ़ करने वाले क्लीनर का यह एक मुख्य घटक हो सकता है।
हाइड्रोक्लोरिक एसिड का उपयोग एल्यूमीनियम नक़्क़ाशी और धातु सफाई अनुप्रयोगों में भी किया जाता है।
स्विमिंग पूल के बढे हुए PH स्तर को सामान्य करने के लिए हाइड्रोक्लोरिक एसिड का उपयोग किया जाता है।
हाइड्रोक्लोरिक एसिड का उपयोग कैल्शियम क्लोराइड के उत्पादन में किया जाता है, कैल्शियम-क्लोराइड एक प्रकार का नमक होता है जिसका उपयोग सड़कों से बर्फ को हटाने के लिए किया जाता है।
खाद्य उद्योग में विभन्न प्रकार के खाद्य उत्पादों को प्रोसेस करने के लिए, स्वाद को बढ़ाने के लिए और उन्हें ख़राब होने से बचाने के लिए हाइड्रोक्लोरिक एसिड का उपयोग किया जाता है, इसके अलावा डिब्बाबंद खाद्य पदार्थो में एसिडिफायर के रूप में भी हाइड्रोक्लोरिक एसिड का उपयोग किया जाता है।
हाइड्रोक्लोरिक एसिड का उपयोग विभिन्न प्रकार की निर्माण और उपचार प्रक्रियाओं जैसे कि फार्मास्यूटिकल्स, स्विमिंग पूल, पीने के पानी, पेय पदार्थ और भोजन में बढे हुए पीएच स्तर को सामान्य करने के लिए किया जाता है।
हाइड्रोक्लोरिक एसिड का उपयोग विभिन्न प्रकार के कार्बनिक यौगिकों जैसे एस्कॉर्बिक एसिड और फार्मास्युटिकल उत्पादों के उत्पादन के लिए भी किया जाता है।
चमड़े को प्रोसेस करने और पटाखों के उत्पादन में भी हाइड्रोक्लोरिक एसिड का उपयोग किया जाता है।
इनके अलावा हाइड्रोक्लोरिक एसिड का उपयोग कई अन्य रसायनों उत्पादन में भी किया जाता है।