in इतिहास
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अशोंक के अभिलेखों को पढ़ने में सर्वप्रथम 1837 ई. में किस विद्वान ने सफलता प्राप्त की?

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अशोंक के अभिलेखों को पढ़ने में सर्वप्रथम 1837 ई. में जेम्‍स प्रिंसेप विद्वान ने सफलता प्राप्‍त की। 

  • वह एक अंग्रेजी विद्वान, प्राच्यविद् और पुरातनपंथी थे।
  • वह जर्नल ऑफ द एशियाटिक सोसाइटी ऑफ बंगाल के संस्थापक संपादक थे।
  • उन्हें प्राचीन भारत की खरोष्ठी और ब्राह्मी लिपियों की समझ के लिए सबसे ज्यादा याद किया जाता है।

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