गोमतेश्वर मंदिर भारत के कर्नाटक राज्य में श्रवणबेलगोला में स्थित है, जिसे बाहुबली मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यह प्रसिद्ध मंदिर श्रवणबेलगोला में 3347 फीट की ऊंचाई पर विंध्यगिरी पहाड़ी की चोटी पर बना है जो 17 मीटर ऊंची भगवान बाहुबली प्रतिमा के लिए प्रसिद्ध है जिसे गोमतेश्वर प्रतिमा भी कहा जाता है।
983 ईसा पूर्व में गंग राजा राजमल्ल चतुर्थ के मंत्री चावुंडराय ने श्रवणबेलगोला, कर्नाटक, भारत में गोमटेश्वर भगवान की 56.5 फुट ऊंची विशाल प्रतिमा का निर्माण कराया था। इस प्रतिमा को "बाहुबली गोमटेश्वर" भी कहा जाता है और यह जैन धर्म के महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों में से एक है।
विंध्यगिरि पहाड़ी की चोटी पर स्थित यह मंदिर श्रवणबेलगोला गांव, मंदिर तालाब और चंद्रगिरि पहाड़ी का सुंदर दृश्य देता है, जो इसके आकर्षण को बढ़ाने का काम करता है।
यहां हर 12 साल में एक बार "महामस्तकाभिषेक" नामक त्योहार मनाया जाता है, जिसके दौरान मूर्ति को दूध, केसर, घी और दही से स्नान कराया जाता है। गोमतेश्वर प्रतिमा श्रवणबेलगोला का मुख्य आकर्षण है जिसे देखने बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं।
यह दुनिया की सबसे ऊंची अखंड मूर्ति है जिसकी ऊंचाई 17 मीटर है। गोमतेश्वर की मूर्ति को 30 किमी की दूरी पर देखा जा सकता है। गोमतेश्वर की मूर्ति का निर्माण गंगा राजा राजमल्ल के मंत्री चामुंडाराय के काल में 982 और 983 ईस्वी के बीच किया गया था। मूर्ति के नीचे कन्नड़ शिलालेख हैं।