गदर पार्टी ने 21 फरवरी, 1915 को भारत के पंजाब प्रदेश में सशस्त्र विद्रोह की योजना बनाई। 12 फरवरी 1915 को गदर पार्टी ने निर्णय लिया कि विद्रोह और क्रान्ति का दिन 21 फरवरी 1915 होगा। पूरी रणनीति को मियां मीर, फिरोजपुर, मेरठ, लाहौर और दिल्ली की फौजी छावनियों में लागू किया गया था। कोहाट, बन्नू और दीनापुर में भी विद्रोह उसी दिन होना था। करतार सिंह सराबा को फिरोजपुर को नियंत्रण में लेना था। पिंगले को मेरठ से दिल्ली की ओर बढना था।