जैन मताबलंबियों ने प्राकृत आम बोलचाल की भाषा को अपनाया जैन धर्मावलम्वी मुख्य रूप से भारत में रहनेवाले थे। अतः सभी भारतीय भाषा का प्रचलन रहा हैं। वर्त्तमान में मुख्य रूप से जैनों में बोलो जानेवाली भाषा हिंदी, गुजरती, राजस्थानी, तमिल, कन्नड़, मलयालम, एवं मराठी है। इसके साथ ही अंग्रेजी बोलनेवालों की भी काफी संख्या है। बड़ी संख्या में जैन विदेशों में निवास करते हैं और वहां की स्थानीय भाषाओँ का प्रयोग करते हैं।