अध्यक्षीय सम्बोधन के समय मौलाना अबुल कलाम आजाद कांग्रेस अध्यक्ष ने हिन्दी भाषा के लिए रोमल लिपि लागू करने की वकालत की। रोमन लिपि लिखावट का वो तरीका है जिसमें अंग्रेज़ी सहित पश्चिमी और मध्य यूरोप की सारी भाषाएँ लिखी जाती हैं, जैसे जर्मन, फ़्रांसिसी, स्पैनिश, पुर्तगाली, इतालवी, डच, नॉर्वेजियन, स्वीडिश, रोमानियाई, इत्यादि। ये बायें से दायें लिखी और पढ़ी जाती है।