देवपतन तथा कश्मीर के श्रीनगर की स्थापना का श्रेय अशोक को दिया जाता हैं।
देवपतन का स्थापना श्रेय राजा अशोक को जाता है। राजा अशोक भारतीय सम्राट थे और मौर्य वंश के सम्राट थे। उन्होंने बौद्ध धर्म को प्रचारित किया और अपने साम्राज्य के विभिन्न हिस्सों में देवालय और स्तूप बनवाए।
इसमें उन्होंने देवपतन का भी स्थापना की थी, जो आजकल नेपाल के लुम्बिनी नामक स्थान के पास स्थित है, और यह बौद्ध धर्म का महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है।
श्रीनगर के स्थापना का श्रेय राजा प्रवर्धन को जाता है, जो की कश्मीर के कुशान वंश के एक राजा थे। वे पहले श्रीनगर को अपनी राजधानी बनाए और इसे एक महत्वपूर्ण शहर और सांस्कृतिक केंद्र में बदल दिया।
इसके बाद, श्रीनगर ने कश्मीर के महत्वपूर्ण नगरीय और सांस्कृतिक विकास का केंद्र बनाया और वहाँ की प्राकृतिक सौंदर्य को प्रमोट किया।