अकबर के अल्पायु होने के कारण 1556-1560 तक मुगल साम्राज्य के शासन की जिम्मेदारी बैरम खाँ के हाथों में रही। हुमायूँ की मृत्यु के पश्चात पंजाब के कलानौर नामक स्थान पर 14 फरवरी, 1556 को 14 वर्ष की अल्पायु में ही अकबर का राज्याभिषेक हो गया था। अल्पायु के कारण बैरम खाँ को अकबर का संरक्षक नियुक्त किया गया था। जिसे अकबर ने अपना वजीर नियुक्त किया और खान-ए-खाना की उपाधि से नवाजा था। 1556 से 1560 तक अकबर बैरम खां के संरक्षण में रहा था।