अकबर की भू-राजस्व व्यवस्था के प्रवर्तक टोडरमल थे।
र के अपने शासन काल में भू-राजस्व प्रशासन को सुदृढ़ किया गया था।
अकबर के राजस्व मंत्री राजा टोडरमल ने शेरशाह द्वारा शुरू की गई प्रणाली को अपनाया और परिष्कृत किया।
टोडरमल की जब्त प्रणाली उत्तर और उत्तर-पश्चिमी प्रांतों में लागू की गई थी।
इस प्रणाली के अनुसार, एक सर्वेक्षण के बाद, भूमि को मिट्टी की प्रकृति और उर्वरता के अनुसार वर्गीकृत किया गया था।
राज्य का हिस्सा 10 वर्षों के लिए औसत उपज का एक तिहाई तय किया गया था।
Stay updated via social channels