मुगलकाल में लोक-निर्माण विभाग (Public Works Department) को शोहरत-ए-आम कहा जाता था। फिरोज तुगलक ने सार्वजनिक निर्माण विभाग की स्थापना की थी। फिरोज ने सार्वजनिक उपयोगिता की अनेक वस्तुओं का निर्माण करवाया था। उसने "चार मस्जिदों, तीस महलों, दो सौ काफिला सरायों, पाँच अस्पतालों, सौ कब्रों, दस स्नानागारों, सौ पुलों" का निर्माण करवाया।