खिलजी शासन के दौरान निर्मित वस्तुओं तथा बाहर के प्रदेशों, अधीनस्थ राज्यों और विदेशों से आने वाले माल के बाजार को सराए ए अदल कहा जाता है। सराय-ए-अदल सरकारी सहायता प्राप्त बाजार था,जहाँ वस्त्र एवं अन्य वस्तुओं का बाजार होता था। अलाउद्दीन खिलजी (1296-1316) खिलजी वंश का महानतम शासक था। मूल्य नियंत्रण हेतु अलाउद्दीन खिलजी ने बाजार नियंत्रण प्रणाली की शुरूआत की थी। अलाउद्दीन खिलजी को सार्वजनिक वितरण प्रणाली लागू करने वाले प्रथम सुल्तान माना जाता है। अलाउद्दीन खिलजी गृहकर, चारागाह कर आदि के अलावा जजिया कर, खराज/भूमिकर, जकात जैसे करों की भी वसूली करता था।