अंग्रेजों ने पेशवा नाना साहब की पेंशन यह कह कर बंद कर दी थी की वह बाजीराव के पुत्र न होने से पेंशन पद के हकदार नही है। नाना साहिब (जन्म 1824 को धोंडू पंत के रूप में) मराठा पेशवा बाजी राव II के दत्तक पुत्र थे, जिनके राज्य पर तीसरे मराठा युद्ध के बाद अंग्रेजों द्वारा कब्जा कर लिया गया था। उनका पालन-पोषण बिठूर में निर्वासन में हुआ था।