नाना साहब की सेना के सेनापति, जो बाद में पकड़े गए तथा अंग्रेजों ने उन्हें फांसी पर लटका दिया, तात्या टोपे थे। तात्या ने तकरीबन एक साल तक अंग्रेजों के साथ लंबी लड़ाई लड़ी. हालांकि 8 अप्रैल 1959 को वो अंग्रेजों की पकड़ में आ गए और 15 अप्रैल, 1959 को शिवपुरी में तात्या का कोर्ट मार्शल किया गया. उसके बाद 18 अप्रैल को शाम 5 बजे हजारों लोगों की उपस्थिति में खुले मैदान में फांसी पर लटका दिया गया
Stay updated via social channels