मेरी दृष्टि में भगत सच्चे सरल-हृदय किसान थे। वे कबीर की भक्ति से प्रभावित हुए होंगे। उन्हें कबीर की साफ़ आवाज़ में सच्चाई नज़र आई होगी। यह सच्चाई उनके सच्चे हृदय में पैठ गई होगी। उन्होंने तब से अपनी आत्मा को कबीर के चरणों में झुका दिया होगा। उन्होंने कबीर को अपना गुरु मान लिया होगा तथा अपने जीवन को उन्हीं के अनुसार ढाल दिया होगा।