यह स्थलाकृतियों को प्रदर्शन करने की एक विधि हैं जिसमें धरातलीय ऊँचाई एवं निचाई को विभिन्न छायाओं द्वारा प्रदर्शित किया जाता है। एटलस एवं दीवार मानचित्रों में इस विधि का उपयोग किया जाता है। ऊँचाई में वृद्धि के अनुसार रंगों की आभाएँ हल्की होती जाती हैं। इनमें समद्र या जलीय भाग को नीले रंग से दिखाया जाता है। मैदान को हरा रंग से तथा पवर्ततों को बादामी हल्का कत्थई रंग से दिखाया जाता है। जबकि बर्फीले क्षेत्र को सफेद रंग से दिखाया जाता है।