यह जीवाश्म राष्ट्रीय उद्यान मूल रूप से नीलगिरि जीवाश्म के लिये जाना जाता है जिसे सबसे पुराना जीवाश्म माना जाता है। इस जीवाश्म राष्ट्रीय उद्यान में अब तक 18 पादप प्रजातियों के 31 परिवारों के पौधों के जीवाश्म की खोज की जा चुकी है। 0.270 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैले फॉसिल राष्ट्रीय उद्यान में भूतल जीवाश्म रखे गये है इस राष्ट्रीय उद्यान में लाखो साल पुराने पौधों , पत्तियों , फूलों , फलों और बीजों के संरक्षित जीवाश्म देखने को मिलते है सर्वेक्षण की रिपोर्ट के अनुसार इन जीवाश्म पौधों में डायकोटाइलडन और पाम इस राष्ट्रीय उद्यान के कुछ ऐसे जीवाश्म पौधे है जिन्हें प्राचीन समय में भारत में कुछ चुनिन्दा जगहों पर ही देखने को मिलते थे । जबकि यूकेलिप्टस जीवाश्म को अब तक का सबसे पुराना जीवाश्म माना जाता है यहां पाए जाने वाले नीलगिरी के पेड़ों के जीवाश्म मूल रूप से ऑस्ट्रेलिया में पाए जाते थे इसके अलावा इस राष्ट्रीय उद्यान में पाए जाने वाले अन्य जीवाश्म पौधों में खजूर , जामुन , केला , रुद्राक्ष और आंवला शामिल हैं । इसके अतिरिक्त किस राष्ट्रीय उद्यान में कुछ जानवरों के जीवाश्म भी पाए गए हैं |