रणथम्भौर को 'बाघ संरक्षण परियोजना' के तहत जाना जाता है और यहाँ बाघों की अच्छी खासी संख्या भी है। इस अभयारण्य को "बाघों को अभयारण्य" कहा जाता है | समय-समय पर जब यहाँ बाघिनें शावकों को जन्म देती हैं। लेकिन यहाँ बड़ी संख्या में अन्य वन्यजीवों की मौजूदगी भी है। इनमें तेंदुआ, नील गाय, जंगली सूअर, सांभर, हिरण, भालू और चीतल आदि शामिल हैं।