द्वितीय वाचन में
द्वितीय वाचन
'दूसरे प्रक्रम' में यथास्थिति सभा में पुर:स्थापित अथवा प्रवर अथवा संयुक्त समिति द्वारा प्रतिवेदन के अनुसार विधेयक पर खंडवार विचार किया जाता है। राज्य सभा द्वारा पारित किए जाने और लोक सभा को भेजे जाने की स्थिति में विधेयक को लोक सभा के महासचिव द्वारा पहले लोक सभा के पटल पर रखा जाता है।
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