ज्ञानपीठ पुरस्कार पाने वाली भारत की प्रथम महिला आशापूर्णा देवी थी | इनका का जन्म 8 जनवरी 1909 को पश्चिमी बंगाल के कलकत्ता में हुआ था। उनका परिवार कट्टरपंथी था इसलिए उन्हें स्कूल और कॉलेज जाने का सुअवसर नहीं मिला। उनका परिवार एक मध्यमवर्गीय परिवार था। इनके परिवार में पिता, माता और तीन भाई थे। इनके पिता एक अच्छे चित्रकार थे और इनकी माता की बांग्ला साहित्य में गहरी रुचि थी। आशापूर्णा देवी के विपुल कृतित्व का उदाहरण उनकी लगभग 225 कृतियां हैं। 'प्रथम प्रतिश्रुति' के लिए उन्हें ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्त हुआ। इनकी मृत्यु 13 जुलाई 1995 (उम्र 86) को हुई थी |