अक्षीय बल (Axial Force) किसी वस्तु के एक आक्ष के दिशा में लगने वाला बल होता है। यह बल वस्तु के आक्ष की लंबी दिशा के साथ काम करता है, जिससे वस्तु के आक्ष को प्रेस या पुल किया जाता है। अक्षीय बल का मात्रक न्यूटन (Newton) होता है।
जब कोई वस्तु किसी दिशा में टेंशन (tension) या कंप्रेशन (compression) के कारण लटकती है, तो उस पर लगने वाला बल अक्षीय बल कहलाता है। उदाहरण के लिए, एक खींची गई स्लेंडर या एक धागा के दोनों ओर की दिशा में अक्षीय बल का प्रयोग हो सकता है।
अक्षीय बल विभिन्न इंजीनियरिंग और भौतिक आवश्यकताओं के लिए महत्वपूर्ण होता है, जैसे कि इमारतों के संरचना, संयंत्रों के डिज़ाइन, और यांत्रिकी में। यह बल वस्तु की सख्तता और संरचना की निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
अक्षीय बल (Axial Force) की मात्रक सामान्यत:
यहाँ,
- F = अक्षीय बल (Axial Force) का मात्रक (न्यूटन)
- P = बल की मात्रक (न्यूटन)
अक्षीय बल का मात्रक परिवर्तन के दौरान बल की मात्रक के समान होता है।