उष्मगतिकी- विज्ञान की वह शाखा जो ऊष्मा तथा यांत्रिक ऊर्जा में परस्पर संबंध का वर्णन करती है ऊष्मागतिकी कहलाती है।
उष्मागतिकी (उष्मा + गतिकी = उष्मा की गति संबंधी या ऊष्मा और गति) के अन्तर्गत ऊर्जा का कार्य और उष्मा में रूपान्तरण, तथा इसका तापमान और दाब जैसे स्थूल चरों से सम्बन्ध का अध्ययन किया जाता है। इसमें ताप, दाब तथा आयतन का सम्बन्ध भी समझा जाता है।
ऊष्मागतिक स्थायित्व— किसी यौगिक के ऊष्मागतिक स्थायित्व वह है,जो उस यौगिक की एन्थैल्पी का मान ऋणात्मक है,अर्थात् उसका स्थायित्व उसके अवयवी तत्त्वों की तुलना में अधिक है।