सेकेंडरी मेमोरी
सेकेंडरी मेमोरी कंप्यूटर की Permanent Storage Device होती है। यह वह जगह है जहां बड़ी मात्रा में डेटा और सॉफ्टवेयर प्रोग्राम को स्थायी रूप से स्टोर किया जाता है। एक Secondary Memory की स्टोरेज क्षमता अधिकतम 16TB (Terabytes) तक होती है, इसके विपरीत Primary Memory अधिक से अधिक 32 GB (Gigabytes) तक ही डेटा स्टोर कर सकती है।
तो हम कंप्यूटर में जो भी फाइलें, एप्लीकेशन, मल्टीमीडिया, वीडियो, ऑडियो और फोटोग्राफ्स इत्यादि रखते है, वह सब इन Secondary Storage में स्टोर रहता है। इन्हें Secondary Memory कहने के पीछे एक कारण है, वो ये कि इनमें स्टोर डेटा को Computer Processor सीधे एक्सेस नही कर सकता, उसके लिये पहले डेटा को Primary Memory (RAM) में लोड किया जाता है। नतीजतन Secondary Memory काफी धीमी होती है RAM की तुलना में।
चूंकि इनमें स्टोर डेटा पावर चले जाने या कंप्यूटर के बंद होने की स्थिति में भी सुरक्षित रहता है, इसीलिए इन्हें Non-Volatile कहा जाता है। मुख्य रूप से डेस्कटॉप कंप्यूटर में HDD और SSD को “Secondary Memory” कहते है। हालांकि Pen Drives, CDs और DVDs इत्यादि भी इसी श्रेणी में आते है। जो Backup Memory के रूप में उपयोग किये जाते है। इनकी मुख्य विशेषता यह है कि इनकी स्टोरेज कैपेसिटी अधिक होती है और साथ ही यह सस्ती होती है।