पुनर्जागरण का कला के क्षेत्र में प्रभाव
पुनर्जागरण कला में कला के क्षेत्र में इतनी अधिक उन्नति हुई कि अनेक विद्वान इसे यूरोपीय कला कौशल का स्वर्ण युग मानते हैं मध्यकाल में कला धर्म के हाथों की कठपुतली थी धर्म द्वारा प्रतिपादित विषय को प्रकट करना ही कलाकारों का उद्देश्य था चित्रकारों के लिए रंग निश्चित थे और उनके नियमों को तोड़ना धर्म के विरुद्ध समझा जाता था पुनर्जागरण ने कला को धर्म के पंजे से मुक्त करके कला में मौलिकता, सौंदर्य, सचिवता का समावेशन किया
इस युग की कला का उद्देश्य जीवन एवं प्रकृति से सामंजस्य स्थापित करना था प्लास्टर तथा लकड़ी का स्थान अब कैनवास ने ले लिया था वस्तु कला मूर्तिकला चित्रकला आदि में उल्लेखनीय प्रगति हुई अनेक उत्कृष्ट गिरजा घरों का निर्माण किया गया राफेल, माइकल एंजेलो, लिओनार्दो दा विंची इत्यादि के चित्र आज भी सराहनीय है