संधारित्र
संधारित एक ऐसी युक्ति होती है जिसका उपयोग विद्युत परिपथ मे विद्युत आवेश को संरक्षित करने के लिये किया जाता है । संधारित्र की सहायता से विद्युत परिपथ का वि़द्युत विभव को बडाया जा सकता है ।
संधारित्रो के समान्तर क्रम संयोजन मे परिणामी संधारित्र की धारिता अलग-अलग संधारित्रो की धारिताओ के योग के बराबर होती है ।यह परिणामी संधारित्र की धारिता को बडा देता है ।
तथा संधारित्रो के श्रेणी क्रम संयोजन में परिणामी संधारित्र की धारिता का व्युत्क्रम अलग-अलग संधारित्रो के हरात्मक योग के बराबर होती है जिससे परिणामी संधारित्र की धारिता कम हो जाती है ।