कॉलरॉस का नियम
इस नियम को हम इस प्रकार से समझेंगे जैसे कि विद्युत अपघटन की चालकता को ज्ञात करने के लिए कॉलरॉस नामक वैज्ञानिक ने एक नियम का प्रतिपादन किया इस नियम के अनुसार जब अनंत तनुता पर किसी भी विलयन में विद्युत अपघट्य पदार्थों का पूरी तरह से धनायनों तथा ऋणायनों में टूट जाते हैं तथा इस स्थिति में हर एक आयन का मोलर चालकता में निश्चित भागीदारी होती है । इस पूरी प्रक्रिया को हम कॉलरॉस का नियम कहते हैं
इस नियम के उपयोग
दुर्लभ विद्युत अपघट्य की अनंत तनुता पर तुल्यांकी चालकता का निर्धारण :- इस नियम के प्रयोग से हम दुर्लभ विद्युत अपघट्य की तुल्यांकी चालकता एवं आणविक चालकता प्रबल विद्युत अपघट्य में धनायनों तथा ऋणायनों की चालकता के मान को निम्न सूत्र के द्वारा परिभाषित कर सकते हैं जैसे
वियोजन की मात्रा :- वियोजन की मात्रा को निम्न सूत्र के द्वारा परिभाषित कर सकते हैं जैसे