उपसर्ग उस शब्दांश या अव्यय को कहते हैं, जो धातुओं, संज्ञाओं और विशेषणों के पहले आकर उनके अर्थ में परिवर्तन ला देता है, जैसे- 'अन' उपसर्ग को 'बन' के पहले रख देने पर नया शब्द 'अनबन' बनता है, जिसका विशेष अर्थ मनमुटाव होता है। प्र, दुस, निस्, निर्, वि, अति, अधि, अनु, अप, अभि, अव, उत्, उद्, उप, नि, परि, पति, सम आदि उपसर्ग हैं, जो संस्कृत भाषा के हैं। स, बिन, अन, उन आदि भाषा के उपसर्ग हैं।....