भारत में रेडियो का प्रसारण जून 1923 में मुंबई से 'रेडियो क्लब ऑफ बॉबे' के द्वारा शुरू किया गया। बाद में 23 जुलाई, 1923 को मुंबई और कोलकाता में एक साथ इसका एक साथ प्रसारण शुरू किया गया। 1930 में कंपनी के दिवालिया होने से प्रसारण नियंत्रण हेतु 'भारतीय राजकीय प्रसारण सेवा' का गठन किया गया। जनवरी 1936 में इसका नाम ऑल इंडिया रेडियो कर दिया गया। 10 सितंबर, 1946 में रेडियो सेवा सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अधीन कर दी गई। स्वतंत्रता के समय देश में 6 रेडियो केंद्र–दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, तिरुचिरापल्ली और लखनऊ भारत में थे तथा तीन स्टेशन–लाहौर, पेशावर और ढाका (अब बांग्लादेश) पाकिस्तान में चले गए। 1957 में ऑल इंडिया रेडियो का नाम आकाशवाणी कर दिया गया।
चेन्नई में 23 जुलाई, 1977 को देश में पहली एफएम सेवा की शुरुआत की गई। 1947 में मात्र 6 रेडियो केंद्रों एवं 18 ट्रांसमीटर से सेवा शुरू करने वाली इस सेवा के वर्तमान में (मार्च 2018 तक) 2,469 रेडियो केंद्र एवं 662 ट्रांसमीटर कार्यरत हैं। आकाशवाणी की विविध भारती नामक मनोरंजन चैनल 3 अक्टूबर, 1957 को शुरू हुआ था जिस पर 1 नवंबर, 1967 से विज्ञापन प्रसारित होने लगे।.