in सामान्य हिन्दी
edited
प्रगतिवादी काव्य की दो प्रमुख प्रवृत्तियों (विशेषताओं) का नामोल्लेख कीजिए।

1 Answer

0 votes

edited

प्रगतिवादी काव्य की प्रमुख विशेषतायें 

  1. साम्यवाद का काव्यात्मक रूपान्तर (अर्थात् मार्क्स और रूस का गुणगान, पूँजीवाद का विरोध एवं कृषक-मजदूर-राज्य की स्थापना का स्वप्न),

  2. यथार्थवाद,

  3. परम्पराओं और रूढ़ियों का विरोध,

  4. धर्म और ईश्वर में अविश्वास,

  5. श्रम की महत्ता की स्थापना,

  6. शोषितों के प्रति सहानुभूति,

  7. वेदना और निराशा,

  8. नारी के प्रति आधुनिक यथार्थवादी दृष्टिकोण,

  9. जन-भाषा का आग्रह तथा

  10. छन्दों और अलंकारों का बहिष्कार।

Related questions

Follow Us

Stay updated via social channels

Twitter Facebook Instagram Pinterest LinkedIn
...