अनुक्रमणीय प्रक्रम
वह प्रक्रम जिसे विपरीत क्रम में ठीक उन्हीं अवस्थाओं से नहीं गुजारा जा सकता है, जिनसे होकर वह सीधे क्रम में गुजरा था, अनुत्क्रमणीय प्रक्रम कहलाता है। दूसरे शब्दों में, जो प्रक्रम उत्क्रमणीय नहीं होता, वह अनुत्क्रमणीय होता है।
उदाहरणार्थ
इसके उदाहरण निम्नलिखित हैं –
- पानी में शक्कर का घुलना अनुक्रमणीय प्रक्रम है।
- लोहे में जंग लगना।।
- किसी भी गैस का अचानक रुद्धोष्म प्रसार या सम्पीडन होना।
- गैसों का विसरण अनुक्रमणीय है। दो गैसें परस्पर मिलाये जाने पर आपस में मिलने की प्रवृत्ति रखती हैं, परन्तु मिश्रण से वे अपने आप पृथक् नहीं हो सकतीं।