न्यूटन के गति के पहले नियम को ही जड़त्व का नियम कहा जाता है
जब कोई वस्तु विराम अवस्था में है या एक समान वेग से गतिशील है और इस पर कोई भी बाह्य बल कार्य नहीं कर रहा है तो वह वस्तु अपनी अवस्था को बनाएँ रखती है इसे ही जडत्व कहते है।
अर्थात वस्तु विराम अवस्था में है तो वह विराम अवस्था में रहेगी और एक समान गतिशील अवस्था में है तो वह एक समान गति से गतिशील रहेगी जब एक इस पर कोई बाह्य बल कार्य न करे।
जडत्व का तात्पर्य है किसी बाह्य बल की अनुपस्थिति में वस्तु अपनी अवस्था को बनाए रखती है।
जड़त्व का अभिप्राय है ” अवस्था परिवर्तन के प्रति विरोध ”
उदाहरण : जब एक व्यक्ति हाथी को धक्का देने की कोशिश करता है तो वह नहीं दे पाता क्यूँकि यहाँ हाथी का वजन बहुत ज्यादा है या उसमे जडत्व अधिक पाया जाता है , द्रव्यमान जितना ज्यादा होता है जड़त्व उतना ही अधिक होता है अर्थात ‘जडत्व वस्तु के द्रव्यमान के समानुपाती होता है। ‘
जडत्व के प्रकार
1. विराम जडत्व
2. गति का जडत्व
3. दिशा का जडत्व