यह उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी बहुउद्देशीय परियोजना है। इसके अन्तर्गत सोन की सहायक रिहन्द नदी पर पिपरी गाँव (सोनभद्र) में बाँध बनाया गया है। बाँध के पीछे निर्मित कृत्रिम झील गोविन्द वल्लभ पंत सागर भारत की सबसे बड़ी कृत्रिम झील है। इस परियोजना से 300 मेगावाट (50 MWx6) विद्युत का उत्पादन होता है। जिससे उत्तर प्रदेश के लगभग 20 जिलों तथा रेनुकूट स्थित हिन्डाल्को संयंत्र को विद्युत आपूर्ति होती है।