'बोर्ड ऑफ कंट्रोल' का निर्माण पिट्स इंडिया एक्ट, 1784 के तहत किया गया था। पिट्स इंडिया एक्ट, 1784 ब्रिटिश पैरलियामेंट द्वारा पास किया गया था और यह भारत के ब्रिटिश साम्राज्य के प्रबंधन को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से था।
इस एक्ट के तहत, बोर्ड ऑफ कंट्रोल (जिसे पहले बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स कहा जाता था) का स्थापना किया गया था, जिसका मुख्य कार्य ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के भारतीय सबसी सबसे ऊँचे अधिकारी के रूप में भारत के प्रबंधन और नीति निर्माण में सहायक होना था। इस बोर्ड के अधिकारी ब्रिटिश सरकार की प्रतिनिधि थे और वे भारत के विभिन्न प्रांतों में ब्रिटिश साम्राज्य के प्रबंधन को सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार थे।
पिट्स इंडिया एक्ट, 1784 ने भारतीय राज्यों में ब्रिटिश राज को मजबूत किया और यह एक महत्वपूर्ण कदम था जो भारत के इतिहास में ब्रिटिश साम्राज्य के बढ़ते हुए प्रभाव का हिस्सा बना।