रेल के बिजली से चलने वाले इंजनों का निर्माण भोपाल मे किया जाता है। पहले रेल के इंजन विदेशों से, विशेषकर इंग्लैंड से ही मंगाए जाते रहे. 1921 में जमशेदपुर में रेल इंजन बनाने के लिए सरकारी प्रोत्साहन से पेनिसुलर लोकोमोटिव कंपनी खोली गई परन्तु 1924 में आर्थिक संरक्षण के अभाव से इसको बंद करना पड़ा था.